बिहार लोक सभा की ओर से लिया जाने वाले सबसे बड़ा कदम, यह चौथे चरण में 1.60 लाख शिक्षक पद पर वैकंसी निकली जाएगी। BPSC शिक्षक नियुक्त परीक्षा में PAPER लीक रोकने के लिए BPSC की काफी सख्त तयारी चल रही हैं और विल्कुल नया नियम लाना वाला है.नए नियम के तहत जिले के सभी परीक्षा केन्द्रो पर अलग-अलग Question पूछे जायेंगे. तीसरे नियम के तहत Question Paper की जाँच की छपाई होती थी वहीं से पेपर लिक हुआ था, इसी कारण से बीपीएससी ने छपाई का केंद्र बदल दिया हैं। उसके बाद सभी केंद्रों पर जमेर लगाए जायेंगे। जिसके कारण अब फर्जीअभ्यर्थी को पकड़ना आसान होगा।

सूत्रों के मुताबिक प्रश्नपत्र के एक सेट छपवाने के वजाय कई सेट अलग-अलग सेटरों से सेट करवाकर अलग-अलग प्रिंटरों से प्रिंट करवाए गए है, इन्हे प्रिंटर से सीधा सभी जिलों के ट्रेजरी को भेज दिया जायेगा। इसके अलावा प्रश्न पत्र के सेट पर अलग-अलग कलर का कोड होगा, जो जिले के अनुसार होगा और जिलाधिकारी को परीक्षा से ठीक पहले बताया जायेगा। इससे अगर पेपर लिक होगा तो एक जिले तक सिमित रह जायेगा।
इसके अलावा बिहार सरकार ने भी प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक रोकने के लिए सख्त नियमों वाले तीन बिल पास हो गए हैं. इस कानून के तहत पेपर लीक करने वालों पर भारी जुर्माने के साथ-साथ सजा का भी प्रावधान है. नए कानून वाले बिल में पेपर लीक में शामिल दोषियों और संस्थाओं को 3-10 साल की सजा का प्रावधान किया गया है. इसके साथ ही नए बिल में 10 लाख रुपए से लेकर 1 करोड़ जुर्माने का भी प्रावधान है. पेपर लीक में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए तीन से पांच साल की सजा और 10 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान होगा. इसके अलावा, पेपर लीक के मामलों की जांच अब डीएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे.